बड़वानी में बनेगी माहेश्वरी , बाग और चंदेरी साड़ियां , दुनिया के 190 से अधिक देशों में ट्राइफेड करेगा मार्केटिंग , अमेजॉन सहित अन्य ऑनलाईन प्लेटफार्म पर भी शॉपिंग के लिए रहेगी साड़ियां उपलब्ध , 300 आदिवासी महिलाए ट्रेंनिग लेकर काम करेंगी शुरू , नवम्बर माह के आखिर तक पहली खेप बनकर उतरेगी मार्केट में , वन धन योजना के तहत देश मे मॉडल के रूप में बड़वानी से की शुरुवात , देश के 307 ट्राईबल जिलों में इसी तर्ज पर होगा काम , ट्राइफेड के प्रबंध संचालक प्रवीर कृष्ण ने किया शुभारंभ ।
बड़वानी @ मुनाफ अली
बड़वानी जिले से आज एक ऐसी योजना की शुरुआत हुई जिससे 300 आदिवासी महिलाओं के परिवार का जीवन स्तर में बदलाव देखने को मिलेगा देश में ट्राइफेड के द्वारा महेश्वरी बाघ और चंदेरी साड़ी के लिए एक ऐसे ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत आज की है जिसमें 300 आदिवासी महिलाएं ट्रेनिंग लेकर उच्च गुणवत्ता युक्त महेश्वरी बाग और चंदेरी साड़ी सहित अन्य हैंडीक्राफ्ट वस्तुओं का निर्माण करेंगे जिसे ट्राईफेड के द्वारा विश्व बाजार में पहुंचा कर यहां के व्यवसाय को विश्वस्तरीय आयाम प्रदान किया जाएगा जिसको लेकर बड़वानी माहेश्वरी बाघ और चंदेरी साड़ियों के लिए विश्व स्तर पर अपनी एक अलग पहचान स्थापित करेगा यही नहीं ऑनलाइन मार्केट में भी इसकी मजबूत पकड़ के लिए अमेजॉन जैसी ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनी से भी टाई अप किया जा चुका है जिससे देश ही नहीं विश्व के 190 से अधिक देशों में बड़वानी जिले मैं उत्पाद किए गए वस्तुओं को बेचा जाएगा जिसकी शुरुआत मॉडल जिले के रूप में बड़वानी से की गई है जिस योजना की आने वाले समय में देश के 27 राज्यों के 307 जिलों में शुरवात की जाएगी मामले में भारत पेट्रोलियम के द्वारा भी 5 करोड़ की राशि बड़वानी जिले को दी गई है जिले में ट्रेनिंग देने पहुंचे हेमलता ने बताया कि उसके द्वारा 2012 से महेश्वरी साड़ी के निर्माण का कार्य किया जाता रहा है जिसमें एक साड़ी के निर्माण में 20 से 30% का मुनाफा होता है 2 दिन में लगभग एक साड़ी का निर्माण आसानी से किया जा सकता है यही नहीं महीने भर मेहनत करने पर एक महिला 15 से 20 हजार रुपए आसानी से कमा सकती है , बाग प्रिंट मामले में ट्रेनिंग देने पहुंचे मोहम्मद युसूफ खत्री जोकि इंटरनेशनल व नेशनल स्तर पर कई अवार्ड से नवाजे गए हैं उनके द्वारा बड़वानी जिले के आदिवासी महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी उनका यही मानना है कि मामले में जो भी उत्पादन किया जाएगा उसका उच्च गुणवत्ता युक्त होना बहुत जरूरी है जिससे कि उसे देश ही नहीं विदेश के कोने कोने में पहुंचाया जा सके खत्री पहले भी विदेशों में बाग प्रिंट की छबि को बिखेर चुके हैं ।
वीडियो