दमोह पुलिस ने साबित कर दिखाया हम भी किसी से कम नहीं दमोह के चार युवकों का उत्तरप्रदेश के शातिर बदमाशों ने अपहरण कर फिरौती माँगी और डरा धमकाकर मारपीट की लेकिन दमोह सिटी कोतवाली ने यहाँ बैठे बैठे बदमाशों को भी ऐसे साईबर जाल में उलझाया की उत्तरप्रदेश के शातिर अपराधी भी अपनी जान बचाते भागे तो लेकिन पहुँचे सलाखों के पीछे बीते दो दिन पूर्व घटी एक बड़ी वारदात ने दमोह के लोगों के लिए संसय में डाल दिया था ।
दमोह@टीम भारतीय न्यूज़
मामला उत्तरप्रदेश के मकनपुर में दमोह के युवकों के साथ अपहरण और मारपीट कर लूट की वारदात से अग़वा हुए लड़को के परिजनों का बुरा हाल था जानकारी लगते ही सिटी कोतवाली पुलिस को परिजनों ने जाकर जानकारी दी जिसके बाद टी आई आनंद सिंह जो जरूरी कार्य से बाहर जा रहे थे लेकिन उन्होंने मामले की गंभीरता को भाँपते हुए तुरंत अपनी टीम मेम्बर्स को सक्रिय किया और समय रहते दमोह के नौजवानों को यूपी पुलिस की सहायता से छुड़ाने में सफलता मिली ।
दरअसल मामला दमोह नगर के फुटेरा वार्ड नंबर एक हरसिद्धि मंदिर के पास रहने वाले वसीम
खान उर्फ राजा अपने साथी पुराना बाजार नंबर 02 थाना सिटी कोतवाली निवासी आसिफ खान और चालक सौरभ ताम्रकार के साथ घटी घटना से जुड़ा है जो बीते शनिवार को स्विफ्ट डिजायर कार से उत्तरप्रदेश के मकनपुर में रहने वाले हजरत को लेने दमोह से उनके मुरीद शिष्य मकनपुर जा रहे थे रात आठ बजे बदमाश एक कार के साथ मकनपुर रोड देवकली गांव के सामने पुलिस की वर्दी में दमोह के लोगों की कार को ओवरटेक कर गाड़ी आगे लगा दी और खुद को पुलिस वाला बताकर पिस्तौल दिखाते हुए डरा धमकाकर मारपीट करने लगे और दमोह के तीनों युवकों को अपनी कार में बैठाकर चल दिये रास्ते में युवकों से चैन अंगूठी, घड़ी, ब्रेसलेट और 40 हजार रुपए नकद लूट लिए। 53 हजार रुपए की राशि ऑन लाइन जमा कराई । यहाँ दमोह पुलिस भी लोकेशन ट्रेस कर अपराधियों के चंगुल में फंसे दमोह के चार युवाओं को परिवार के लोगों के ज़रिए अपहरणकर्ताओं को अपने जाल में उलझाए रहे और दमोह पुलिस उत्तरप्रदेश पुलिस को लाइनअप किये रही यहाँ बैठे बैठे यूपी पुलिस को पल पल की जानकारी से रूबरू कराते हुए इस मामले का पर्दाफाश करने में दोनों जगह की पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली जिसमें दमोह टी आई आनंद सिंह की बड़ी भूमिका रही वहीं दमोह के युवाओं के परिजनों ने राहत की सांस ली।
घटना की जानकारी लगते ही परिजनों ने दमोह पुलिस को सूचना दी
घटना की जानकारी लगते युवकों के परिजनों ने दमोह में पुलिस को सूचना दी थी जिसके बाद दमोह कोतवाली टीआई आनंद सिंह ने पूरी सक्रियता दिखाते हुए अपनी सारी टीम को सक्रिय किया और मामले के तह तक जाने की ठानी और साइबर सेल की टीम की मदद से आरोपियों की लोकेशन खोजने में कामयाब हुए । इस कार्य में दमोह से आरक्षक अजीत दुबे, सायबर सेल टीम सौरभ टंडन, राकेश अठ्या सक्रिय हुए और यूपी पुलिस को स्थिति से अवगत कराया।
यूपी पुलिस की सात टीमें थी सक्रिय
दमोह पुलिस की जानकारी के आधार पर यूपी भी सक्रिय हुई जिसमें यूपी पुलिस की सात टीमों को लुटेरों की तलाश में लगाया गया था।
जब देखा कि लोकल उत्तरप्रदेश की पुलिस भी सक्रिय हो चुकी है तब शक होने पर बदमाशों ने तीनों लड़कों को अलग अलग स्थानों पर छोड़ा वसीम को पनकी और आसिफ व सौरभ को महाराजपुर क्षेत्र में छोड़ दिया । लूट की घटना के बाद वहाँ की पुलिस ने आपरेशन त्रिनेत्र के तहत आरोपियों को पकड़ने में सफलता पाई जिसके तहत क्षेत्रों में लगवाए गए 250 कैमरों की मदद से बदमाशों की तस्वीरें सामने आई। यूपी पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए बदमाशों पकड़ने में सफलता पाई जिसमें पांच बदमाशों में जिनके नाम सामनेआए चार पकड़े शातिर बदमाशों में शंटी जो मुर्गा काटने का काम करता है। इसके खिलाफ हत्या का प्रयास और आर्म्स एक्ट के दो मुकदमे दर्ज हैं। दूसरा सेल्स मार्केटिंग करने वाला रिशु को गिरफ्तार किया । यूपी पुलिस के डीसीपी ने बताया कि बदमाशों ने पीड़ित वसीम के परिवार से 53 हजार रुपये मंगवाए थे, जिसमें 42 हजार रुपये वह अपने खातों में ट्रांसफर कराने में सफल रहा। पुलिस ने इनमें से 23 हजार रुपये बरामद किए हैं साथ ही किराये की कार से अपराध किया करते थे।
सवाल जवाब…
पूर्व में ऐसे कई अनसुलझे मामलों को झुलझाने में महारत हासिल रखने वाले सिटी कोतवाल आनन्द सिंह से इस संबंध में हमारे और हमेशा साइवर की मदद हमेशा मिलती है
आनंद जी इतनी बड़ी सफलता और दूसरे प्रदेश में आपके शहर के युवाओं को सुरक्षित करने में कितने प्रयास करने पड़े ।
जवाब – टी आई आनंद सिंह – मैं तो उस दिन दमोह से बाहर जा रहा था की अचानक पीड़ित के परिजन मेरे पास आये तब मैंने साइबर सेल को सूचना देकर लोकेशन ट्रेस कराई और उत्तरप्रदेश पुलिस से संपर्क रखा और अपराधियों को पकड़ने में वहाँ की पुलिस को भी सफलता मिली ।
सवाल – सुना है आप इस तरह के साईबर क्राइम से जुड़े या अपहरण जैसे उलझे हुए मामलों को झुलझाने में बड़ी महारत हासिल है ।
जवाब – ऐसा नही है काम कोई भी हो अगर लगन और गंभीरता से किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है । और जब पीड़ित के परिजनों की हालत देखी तो मैंने भी जरा भी देर नहीं कि मामले को गंभीरता से लिया।
सवाल – पीड़ित युवकों के परिजनों ने आपकी काफी सराहना की है ।
जवाब – ये मेरा अकेला कार्य नहीं बल्कि हमारे वरिष्ठ दमोह एसपी और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में और हमारे सहयोगी साईबर टीम के लोगों के सहयोग से हमारे जिले के युवाओं को हम सुरक्षित करने में सफल हुए बाकी उनके परिजनों का धन्यवाद