भारतीय जनता पार्टी जिला दमोह द्वारा डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी पर वर्चुअल संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसे ई प्रशिक्षण प्रकल्प के प्रदेश सह संयोजक जय प्रकाश चतुर्वेदी जी ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष एडवोकेट प्रीतम सिंह लोधी ने की।
दमोह@चतुर्भुज बिट्टू दुबे
जिला मीडिया प्रभारी संजय सेन ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला अध्यक्ष एडवोकेट प्रीतम सिंह लोधी ने मुखर्जी के जीवनवृत्त पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बचपन से मेधावी डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी 33 वर्ष की आयु में कुलपति बन गए थे और कई भाषाओं के ज्ञाता थे। उन्होंने कहा कि आजादी के समय यदि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी न होते तो पश्चिम बंगाल भी पाकिस्तान का हिस्सा बन जाता, लेकिन डॉ. मुखर्जी के धैर्य, साहस और तत्परता के चलते आज पश्चिम बंगाल भारत का अंग है। डॉ. मुखर्जी जब हिंदू महासभा के अध्यक्ष बने तब महात्मा गांधी ने स्वयं कहा था कि पं. मदनमोहन मालवीय के बाद हिंदुओं को डॉ. मुखर्जी के रूप में एक कर्मठ और सच्चा नेता मिला है। मुख्य वक्ता जय प्रकाश चतुर्वेदी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने कांग्रेस और पं. नेहरू की तुष्टीकरण की नीति के चलते नेहरू मंत्रिमंडल छोड़ दिया और भारतीय जनसंघ का गठन किया। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने यह निश्चय कर लिया था कि धारा-370 हटाएंगे और एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे। उन्होंने कहा था कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और मैं वहां बिना परमिट के जाउंगा। उन्होंने कश्मीर की पवित्र धरा पर बिना परमिट के प्रवेश किया और वहीं जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में उनका स्वर्गवास हो गया। यह डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी का बलिदान था । श्री चतुर्वेदी ने कहा कि लोग यह मानने लगे थे कि धारा 370 को हटाना सिर्फ एक नारा है, धारा 370 कश्मीर से नहीं हटेगी। लेकिन धन्य हैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और गृहमंत्री श्री अमित शाह जी जिन्होंने आज डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के सपने और संकल्प को साकार करके दिखाया।,कश्मीर से धारा 370 हटने का श्रेय डॉ. मुखर्जी को जाता है। हम उन्हें श्रद्धा से प्रणाम करते हुए यह संकल्प लेते हैं कि उन्होंने जो सपना देखा था उसे हमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरा करेंगे और हमारे अंदर जो सर्वश्रेष्ठ है उसे झौंककर काम करेंगे। चतुर्वेदी ने कहा कि जिस गौरवशाली, वैभवशाली, समृद्धशाली और शक्तिशाली भारत का सपना डॉ. मुखर्जी ने देखा था, वह आज साकार हो रहा है। इस अवसर पर ई प्रशिक्षण प्रभारी अमित बजाज , जिला मीडिया प्रभारी संजय सेन,एड०रामलाल उपाध्याय,भरत यादव,सुरेश पटैल,राकेश गुरू,अभिषेक सोनी,जमना चौबे,मनीष असाटी, वर्चुअल रूप से जुड़ें।